वेदोऽखिलो धर्ममूलम् - अर्थात् वेद ही विश्व के अखिल धर्म का आदि मूल हैं! प्रत्येक हिन्दू ग्रंथ वेद को ही अपना आधार घोषित करता है। वेद केवल मात्र हिन्दू के...
वाल्मीकीय रामायण का यह आर्यभाषा (हिंदी) संस्करण विशेष है। रामायण के उपलब्ध पाठभेदों में से शोध करके एवं प्रक्षेपों को दूर करके वह संस्करण बनाया गया है जो तार्किक हो,...
भाग १: वैदिक तथा आर्ष पर्व यह पुस्तक प्राचीन भारतीय इतिहास, संस्कृति और परंपराओं के समृद्ध ताने-बाने में गहराई से उतरती है। इसमें शिक्षा प्रणाली, शासन, वर्णाश्रम धर्म, और वैदिक...
इस संकलन में अग्निवीर की 6 हिन्दी भाषा की पुस्तकें हैं | देश और धर्म संबंधी आवश्यक मुद्दों और उनके उपायों को प्रस्तुत करतीं ये पुस्तकें हर भारतीय और हिन्दू...
स्वातन्त्र्य वीर सावरकर कौन हैं? वह देशभक्तों में राज- कुमार, विद्वानों में महारथी, राजनीति में बर्क, क्रान्तिकारियों में शिरोमणि, सुधारकों में अग्रगण्य और हँसमुख योद्धा हैं, जिन्होंने कभी असफलता देखी...
Commentary by Swami Jagdishwaranand Saraswati, in the world of classic literature the Mahabharat is unique in many respects, animating the heart of India over two thousand years past and destined...
आचार्य राम शास्त्री जी द्वारा लिखित संस्कृत शिक्षण सरणी लेखक का अदभतु ग्रन्थ है। उनके अनुसार ग्रन्थ का प्रयोजन संस्कृत-भाषा का व्यावहारिक शिक्षण है। इस दृष्टि से इस ग्रन्थ में...
भारत के भूले बिसरे इतिहास से ली गईं छोटी-छोटी कहानियों का ये संग्रह रीढ़ की हड्डी में कंपकपी उत्पन्न कर देगा। भारत के भूले बिसरे इतिहास से ली गईं छोटी-छोटी...
बचपन में जिसके ‘अमृत’ से मुझे जीवन मिला, वह ‘माँ’ कहलाई और जिसके ‘अमृत’ ने मुझे जीवन भर सींचा, उसके गले पर छुरी चलाई! लोगों ने उसे मार दिया। नैतिकता...
जीवन की सर्जक, राष्ट्र की मार्गदर्शक, समाज का विकास करनेवाली और परिवार को सँभालनेवाली, इन सब के अनूठे मेल की प्रतिमा है – नारी! आपने आधुनिकता और स्वतंत्रता के नाम...
नवयुवाओं में मातृभूमि के प्रति आदर और सम्मान, मन में राष्ट्रभक्ति की भावना, और धर्मरक्षा के लिए अपने जीवन को खपा देने का भाव पैदा करने के प्रयास हेतु “अग्निसंकल्प”...